बारिश का हाल और इस्थिति
मित्रो हम आज आपको इस देश की आर्थिक राजधानी में होने वाली भरी बारिश के कहर  के बारे में बताएंगे जो इस्थिति बारिश के कारण मुम्बई शहर में है उसे तो ईश्वर का कहर ही कहा जायेगा। इस बार हुई बारिश ने मुंबई और आसपास के इलाको में तबाही मचा दी है। मुम्बई में रहने वाले और आने वाले दोनों ही इस बार की बारिश में त्रस्त हो चुके है।

 आप सभी को यह जानके आश्चर्य होगा की इस बार 2017 में सिर्फ मुम्बई में 29 अगस्त को 300 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो की जो की 1 दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। ऐसी लगातार हो रही बारिश के बाद जन जीवन अस्त व्यस्त हो जाने के बाद यातायात ,सड़क, रेल ,वायु, मार्ग अवरुद्ध हो जाने के बाद मुम्बई परेशानियो से भरे अगले दिन के लिए तैयार है। बारिश रुकने की उम्मीद और आस मुम्बई में है।शायद कही चैन मिले । और व्यवस्थाएं पूरी तरीके से सामान्य हो पाए। पर मुम्बई में अभी भी भरी बारिश की चेतावनी है।


मुम्बई महानगर में हो रही बारिश को देखते हुए प्रशाशन सख्ते में है । सभी डिपार्टमेंट स्कूल,कॉलेज,बैंक, यातायात पूरी तरीके से बंद है। इसके प्रशाशनिक आदेश जारी किये जा चुके है। 1 तरीके से सब ठप्प हो चूका है। वस्तुतः सर्व जनिक अवकाश है।

इस इस्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सबको सलाह दी है कि जब तक कोई आपात इस्थिति न हो घर से न निकले। उन्होंने ये कहा है कि "जरुरी सेवाओं व सरकार के सभी अत्यन्त महत्वपुर्ण कर्मी आज ड्यूटी पर रहेंगे। पश्चिमी रेलवे की की कुछ सुविधाएं खेद में है
पर जल्द ही सब कुछ सामान्य होने की सूचनाएं है। रेल सेवा पटरी पर उतरने की सबको आस है।


ई म डी के अनुसार महाराष्ट्र मध्य में मराठावाड़ा क्षेत्र। पडोसी राज्यो गोवा , कछ ,सौराष्ट्र गुजरात के छेत्रो में भी भारी बारिश के आसार व चेतावनी भी थी। मुम्बई में मंगलवार को 12 घंटो में ही 316 मिलीलीटर बारिश हुई । जो की 26 जुलाई 2005 में पैदा हुए बाढ़ के हालात से बड़ा रिकॉर्ड था ।


- मुम्बई में एन डी आर एफ हाई अलर्ट पर है। और पुणे में सभी एन डी आर एफ की टीमो को स्टैंडबाय पर रखा गया है।

- सियोंन फ्लाईओवर पर सुधर कार्य होने से ट्रैफिक काफी धीमा है व धीरे धीरे चल रहा है।

-भारतीय नोसेना द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर मौजूद लोगो को चाय व नाश्ता उपलब्ध कराया गया ।

- शिवसेना ने बी एम सी की तारीफ़ करते हुए कहा है व् अपने सामना पत्रिका में भी लिखा है कि बी एम् सी ने हालात काबू से बहार नहीं जाने दिए ।

- सियोंन, मातुंगया जैसे इलाको में पानी अभी नहीं भरा है ।पर ट्रैफिक वाहनों के कारण जाम लगा रहता है।

- दादर की मटकर रॉड पर 1 व्यक्ति की खुले मैनहोल में गिरने से मौत हो गई । पुलिस के द्वारा प्रत्यक्ष दर्शियों की गवाही पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

- साताक्रूज में 331.3 मिलीलीटर और कोलाबा में 11 मिलीलीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई।

- मुम्बई एयरपोर्ट के पी आर ओ ने कहा है कि कुछ विलंभ के बाद इस्थिति बिलकुल सामान्य हो चुकी है । यहाँ पर प्रचलन सामान्य ढंग से चल रहा है।

- राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भरी बारिश के बाद सामान्य बारिश ही के आसार बताये है।

देश में लोगों को आश्चर्य है कि आखिर' मुबई' जैसा महानगर. बारिश में डूब क्यो' जाता हैं? 2005 में एक हजार से ज्यादा लागो" की मौत हुईं ,थी बावजूद इसके आज 12 साल बाद" भी स्थिति ऐसी हैं। इसके चार मुख्या कारन है।

1 बाढ़ रुकने के अधूरे प्रोजेक्ट्स।

2 शहर का ख़राब ड्रेनेज सिस्टम ।

3 काम होते पेड़ और

4  गन्दी होती मीठी नदी।

मित्रो इस बार मुम्बई की बारिश ने काफी उत्पात मचाया जीवन जान माल की हानि के बाद इस्थिति सामान्य होते हुई । मुम्बई फिर 1 बार ठीक होते हुए ।

तो ये थी कुछ जानकारी मुम्बई की बारिश और तबाही हालात और स्थिति। बेशक आपको ये ब्लॉक पसंद होगा कृपया और जानकारियो के लिए बने रहे हमारे साथ। हर खबर पर चर्चा बनेगा देश का मुद्दा। 

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